हौजा न्यूज एजेंसी
तफसीर; इत्रे क़ुरआनः तफसीर सूरा ए बकरा
بسم الله الرحـــمن الرحــــیم बिस्मिल्लाह हिर्राहमा निर्राहीम
ثُمَّ تَوَلَّيْتُم مِّن بَعْدِ ذَٰلِكَ ۖ فَلَوْلَا فَضْلُ اللَّـهِ عَلَيْكُمْ وَرَحْمَتُهُ لَكُنتُم مِّنَ الْخَاسِرِينَ सुम्मा तवल्लैतुम मिन बादे ज़ालेका फ़लौला फ़ज़्लुल्लाहे अलैकुम वा रहमतोहू लाकुंतुम मिनल ख़ासेरीन (बकरा 64)
अनुवाद: फिर आप इसके (दृढ़ वाचा) के बाद फिर गए। अतः यदि अल्लाह का विशेष अनुग्रह और दया और उसकी विशेष दया तुम पर न होती, तो तुम उन लोगों में से होते, जिन्हें भारी घाटा हुआ।
📕 क़ुरआन की तफसीर: 📕
1️⃣ अल्लाह का इंसानों के साथ करार अनिवार्य है।
2️⃣ अल्लाह तआला ने बनी इस्राईल का अहद तोड़ने का गुनाह माफ़ कर दिया
3️⃣ गलत काम करने के बाद कृपा और दया का जिक्र करना क्षमा का लक्षण है
4️⃣ अल्लाह सर्वशक्तिमान ने अपने करार को तोड़ने और तोराह की आज्ञाओं से दूर होने के बावजूद इस्राएल के बच्चों पर अपनी कृपा और दया की वर्षा की।
5️⃣ ईश्वरीय करार और वचन को तोड़ने के कारण, इस्राएल के बच्चे अपने नुकसान और अपने अस्तित्व के विनाश के गड्ढे पर खड़े हैं।
6️⃣ अल्लाह ताला की मेहरबानी और रहमत ने बनी इस्राईल को नुक्सान और नुक्सान से बचा लिया
7️⃣ परमेश्वर की वाचा को तोड़ने से मनुष्य को हानि होती है और उसके व्यक्तित्व का विनाश होता है।
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📚 तफसीर राहनुमा, सूरा ए बकरा
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